महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने अलग-अलग क्षेत्रों में असाधारण कार्य करने वाले बच्चों को ‘बाल शक्ति पुरस्कार’ से सम्मानित करने के लिए और बच्चों की भलाई के लिए कार्य करने वाले व्यक्तियों या संस्थाओं को ‘बाल कल्याण पुरस्कार’ से सम्मानित करने के लिए आवेदन मांगे हैं। यह आवेदन बच्चों, व्यक्तियों और संस्थाओं से मांगे गए हैं। ‘बाल शक्ति पुरस्कार’ और ‘बाल कल्याण पुरस्कार’ के लिए चयनित लोगों को गणतंत्र दिवस से पहले राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में सम्मानित किया जाएगा। साथ ही प्रधानमंत्री भी चयनित लोगों को सम्मानित करेंगे। इसके अलावा ‘बाल शक्ति पुरस्कार’ से सम्मानित बच्चों को 26 जनवरी पर दिल्ली के राजपथ पर होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में भी शामिल होने का मौका भी मिलता है।
दरअसल भारत सरकार द्वारा हर साल खेल, शिक्षा, नवाचार, समाज सेवा, कला, बहादुरी सहित अलग-अलग क्षेत्रों में अभिनव कार्य करने वाले बच्चों को ‘बाल शक्ति पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाता है। पुरस्कार पाने वाले हर बच्चे को एक लाख दस हजार रुपये का इनाम भी दिया जाता है। साथ ही ऐसे लोगों या संस्थाओं को जिन्होंने बच्चों के कल्याण की दिशा में उत्कृष्ट कार्य किया हो, उन्हें ‘बाल कल्याण पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाता है। इन पुरस्कारों के लिए आवेदक महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की वेबसाइट www.nca-wcd.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। विजेताओं का चयन राष्ट्रीय चयन समिति द्वारा किया जाएगा।
बता दे कि इस वर्ष की शुरुआत में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 22 बच्चों को ‘बाल शक्ति पुरस्कार’ से सम्मानित किया था। इनमें 10 लड़के और 12 लड़कियां शामिल थी। राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में इन बच्चों को मेडल और सर्टिफिकेट के साथ पुरस्कार राशि प्रदान की गई थी। राष्ट्रपति कोविंद और प्रधानमंत्री मोदी को अपने बीच पाकर बच्चे भी काफी उत्साहित नजर आए। बीते वर्ष बाल शक्ति पुरस्कार के लिए कुल 783 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसके बाद राष्ट्रीय चयन समिति ने 22 ऐसे बच्चों का चयन किया है जिनकी कहानी सबसे ज्यादा प्रेरणा देने वाली थी।