आज़ाद भारत के इतिहास में देश के जवानों पर किया गया वो सबसे ज्यादा कायराना और शर्मनाक हमला था. आज इस घटना को पूरे 3 साल हो चके हैं. दुश्मन देश की एक खतरनाक साजिश में हमने अपने 40 जवान हमेशा के लिए खो दिए थे. साल 2019 के फरवरी महीने की 14 तारीख ने देश को झकझोर कर रख दिया था. आज इस आतंकी घटना को दोपहर सवा तीन बजे 3 साल पूरे हो चुके हैं, इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर हमलावर ने विस्फोटक भरी कार से सीआरपीएफ काफिले की बस को टक्कर मार दी थी. धमाका इतना भयंकर था कि बस के परखच्चे उड़ गए थे. इसके बाद घात लगाए आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग भी की. और कुछ घरों के चिराग हमेशा के लिए बुझ गए, लेकिन वो देश के मस्तक पर रौशनी की एक ऐसी कहानी लिख गए, जो सदियों तक जगमगाती रहेगी.
आज का दिन तो भारत का कोई नागरिक भूल नहीं सकता. देश का बच्चा-बच्चा उस घटना के बाद गम और गुस्से से उबल पड़ा था. वहशियों ने उस कायराना हरकत के दौरान विस्फोटकों से लदे वाहन से CRPF जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें 40 जवान शहीद हो गये और कई गंभीर रूप से घायल हुए.
हमारे देश की सेना द्वारा इस घटना का पूरे जोश से बदला लिया गया, और दुश्मन को उसके घर में जाकर मारा, सर्जिकल स्ट्राइक के ज़रिये हामरी सेना ने उन कायरों के ठिकानों पर हमला करके उनका अंत कर दिया. आज के इस दिन को जब भी हम याद करते हैं, तो आँखें भर आतीं हैं. लेकिन खौफ की कहानी लिखने वाले बेखौफ लोगों को जिस तरह का सबक हमारी देश की सेना ने सिखाया वो भी हमेशा याद रहेगा. आज एक बार फिर हम सभी देशवासी पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को नमन करते हैं.