अयोध्या में बनने जा रहे भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर को लेकर देश-विदेश के लोगों और संस्थाओं ने खजाना खोल दिया है। लोग और संस्थाएं आगे बढ़-चढ़कर मंदिर निर्माण के लिए दान दे रहे हैं। पुणे के एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी ने भी अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर निर्माण के लिए 21 करोड़ रुपए दान दिया है। श्री रामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष आचार्य श्री गोविंद देव गिरी महाराज ने अयोध्या में इस बात की घोषणा की है। साथ ही दावा किया जा रहा है कि राम मंदिर निर्माण के लिए देश के किसी भी शैक्षणिक संस्था द्वारा दिया गया यह अब तक का सबसे बड़ा दान है।
एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी पुणे के संस्थापक अध्यक्ष विश्वनाथ कराड ने भी राम मंदिर निर्माण के लिए 21 करोड़ रुपए दान देने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया है कि यूनिवर्सिटी द्वारा दी गई राशी का उपयोग राम मंदिर के गर्भगृह का निर्माण करने में किया जाएगा। साथ ही राम मंदिर के आवास में एक भव्य ग्रंथालय भी किया जाएगा। राम मंदिर के गर्भगृह के निर्माण में शुभ्र धवल एवं मकराना संगमरमर का प्रयोग किया जाएगा। गर्भगृह का आकार 30 गुणा 30 फीट होगा। इसमें 12 स्तंभ होंगे और इसकी ऊंचाई 15 फीट की होगी। यूनिवर्सिटी द्वारा दान दी गई राशी से भगवान श्रीराम की साढ़े ग्यारह फीट जबकि भगवान लक्ष्मण और माता सीता की मूर्ति सवा नौ फीट ऊंची संगमरमर की भव्य और सुंदर मूर्ति का निर्माण भी किया जाएगा।
दरअसल जब से राम मंदिर बनाने के लिए श्री राम जन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट की स्थापना की गई है, बड़ी संख्या में लोग दान करने के लिए आगे आ रहे हैं। अब तक आध्यात्मिक गुरु, कई बड़े राजनेता और अन्य लोग मंदिर निर्माण के लिए दान दे चुके हैं। संत मोरारी बापू के आह्वान पर उनके अनुयायियों ने चार दिन में 18 करोड़ की धनराशि एकत्र की। यह राशी श्री राम जन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट के खाते में हस्तांतरित की जा चुकी है। कुछ श्रद्धालुओं ने एक-एक करोड़ रुपए का दान दिया है। पांच लाख तक का ऑनलाइन दान सीधे श्री राम जन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट के खाते में आ रहा है। साथ ही बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जिन्होंने एक-एक लाख रुपए का दान दिया है।