ये भगवान् श्रीराम का देश है. यहाँ लोगों के मन में रामजी बसते हैं, गली, मोहल्ला, गाँव, शहर हर जगह श्रीराम रहते हैं. बीता साल हम सभी राम भक्तों के लिए बहुत ही ख़ुशी की खबर लेकर आया, जब 5 अगस्त को अयोध्या में प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी जी ने भूमिपूजन करके राम मंदिर निर्माण के लिए आगे का रास्ता आसान कर दिया. बस उसी समय से अयोध्या में निर्माण कार्य की गतिविधियाँ शुरू हो गईं है. श्री राम मंदिर को लेकर देश में कितनी उत्सुकता है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मंदिर निर्माण के लिए तीन दिनों में 100 करोड़ का दान मिल चुका है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि हमें कार्यकर्ताओं के माध्यम से इस बात की जानकारी मिली है. हालांकि, यह जानकारी अभी मुख्यालय तक नहीं पहुंची है.
गौरतलब है कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या में भव्य मंदिर के निर्माण के लिए जन संपर्क और योगदान अभियान चला रहा है, जो 27 फरवरी तक चलेगा. अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए दान राशि एकत्रित करने के अभियान की शुरुआत हाल ही में 15 जनवरी से हुई. अभियान के शुरू होते ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंदिर निर्माण के लिए पांच लाख रुपए से ज्यादा दान दिया. वहीं, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के परिवार ने भी मंदिर के निर्माण के लिए पांच लाख रुपए से अधिक की राशि दान दी.
तो वहीँ उत्तरप्रदेश में रायबरेली जिले के बैसवाड़ा के तेजगांव के पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह का रहा. उन्होंने विहिप के उपाध्यक्ष एवं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय को 1,11,11,111 रुपए का चेक दिया. निधि संग्रह की शुरुआत देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनके परिवार की ओर से 5,00,100 रुपये की राशि प्राप्त करने से हुई. इसके अलावा उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल, उत्तर प्रदेश और झारखंड के राज्यपालों ने भी विहिप के प्रतिनिधिमंडलों को अपना योगदान दिया.