अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के लिए भूमि पूजन की तारीख तय होते ही वहां गतिविधियाँ तेजी से बढ़ गईं हैं. 3 दिन पहले अयोध्या में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा हुई है. अब पहले से तय राम मंदिर के स्वरुप में तो बदलाव होगा ही, उसके अलावा जल्द से जल्द मंदिर का निर्माण भी पूरा करना है.
5 अगस्त को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों से भूमि पूजन का कार्यक्रम तय हुआ है, जिसमें देश के करीब 250 गणमान्य लोग शामिल होंगे. पर उससे पहले पूजन का जो कार्यक्रम है वो पूरे तीन दिन तक चलेगा. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि, पूजन का कार्यक्रम 3 अगस्त से शुरू हो जाएगा, जिसमें पूरे वैदिक रीति रिवाज से काशी के विद्वान् और अयोध्या के पुरोहित इस पूजन को संपन्न करायेंगे, और वही प्रधानमंत्रीजी मोदीजी से भूमि पूजन करवाएंगे. अभी से प्रधानमन्त्रीजी के अयोध्या में आगमन की तैयारियां जोर शोर से शुरू हो गईं हैं, पूरे देश में इसके लिए काफी हर्ष का वातावरण है.
देश का जनमानस इस घड़ी का बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहा है कि, कब मंदिर का शिलान्यास हो और भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हो सके. इस मंदिर के निर्माण के साथ ही वर्षों से राम मंदिर की आस लगाये हुए राम भक्तों की मनोकामना पूर्ण हो जाएगी. और ये बात भी बैठक में तय हो चुकी है, मंदिर को पहले से प्रस्तावित नक़्शे से थोड़ा भिन्न बनाया जाएगा, और ये और भी ज्यादा भव्य और विशाल होगा, और जानकारी के अनुसार अब इसमें इसमें तीन की जगह पांच गुम्बद बनाए जायेंगे. फिलहाल सबकी निगाहें प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 5 अगस्त के कार्यक्रम की प्रतीक्षा कर रहीं है.