अयोध्या में प्रधानमंत्री को दी ‌जाएगी दुर्लभ भेंट

हमारी भारतीय परंपरा में अतिथि का स्वागत, सम्मान और उपहारों का विशेष स्थान है। वास्तव में उपहार अतिथि के प्रति प्रेम के प्रतीक तो होते ही हैं लेकिन ये अतिथि के लिए भी यादगार होते हैं। ये उपहार उन पलों को फिर ताजा कर देते हैं, जिनके लिए उनका सम्मान किया गया था। यही कारण है कि अयोध्या में जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भूमिपूजन करने के लिए पहुंचेंगे तो उन्हें कुछ दुर्लभ उपहार दिए जाएंगे। इन उपहारों में सबसे महत्वपूर्ण और यादगार भेंट होगी, लकड़ी की बनी दुर्लभ डेढ़ फुट की कोदंड धारण किए भगवान श्री राम और एक फुट की श्रीराम के पुत्र लव-कुश की मूर्ति।

इन मूर्तियों को विशेष तौर पर इसी अवसर के लिए बनवाया गया है और दक्षिण भारत के प्रसिद्ध शिल्पकार श्री एम. राममूर्ति ने इन मूर्तियों को अपनी कला से जीवंत किया है। बेंगलुरु से 40 किलोमीटर दूर केंगेरी में शिल्पकार श्री राममूर्ति इन मूर्तियों का लगभग बना चुके हैं और बस अंतिम रूप दे रहे हैं। यह भी गौरव की बात है कि श्री राममूर्ति को शिल्प कला के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार मिल चुका है और उन्हें यह पुरस्कार कोदंडधारी भगवान श्री राम की मूर्ति बनाने के लिए ही दिया गया था। वास्तव में इस मूर्ति से उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ बहुत प्रभावित हुए थे और उन्होंनेइस कोदंडधारी भगवान श्री राम की आदमकद मूर्ति अयोध्या के शोध संस्थान में दर्शनार्थ रखवाई थी। शिल्पकार श्री राममूर्ति की कलाकारी योगीजी को बहुत पसंद आई। यही कारण है कि उन्होंने कोदंडधारी श्री राम की आदमकद मूर्ति की काष्ठ-प्रतिकृति (लकड़ी की मूर्ति) को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को भेंट में देने का निर्णय लिया। कोदंडधारी श्री राम की इस मूर्ति के साथ-साथ प्रधानमंत्री श्री मोदी को श्री राममूर्ति द्वारा बनाई गई लव और कुश की मूर्ति भी भेंट की जाएगी। वास्तव में ये मूर्तियां उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग की तरफ से प्रधानमंत्रीजी को भेंट करने के लिए बनवाई गई हैं।

सभी जानते हैं भगवान श्रीराम के धनुष का नाम कोदंड है। जब वह सीताजी की खोज में दक्षिण भारत पहुंचे थे तो उनके हाथ में उस वक्त कोदंड धनुष ही था। भगवान श्रीराम ने अपनी पत्नी सीताजी की रक्षा के लिए कोदंड धनुष उठाया था, इसलिए दक्षिण भारत में भगवान श्रीराम को नारी-रक्षक के रूप में भी पूजा जाता है और श्री राम के कोदंडधारी स्वरूप की पूजा की जाती है। अयोध्या में यह भी अद्भुत संयोग होगा कि भगवान श्रीराम की मूर्ति बनाने वाले महान कलाकार का नाम भी राममूर्ति है। यह भगवान श्री राम की महिमा ही है कि एक कलाकार राममूर्ति ने अपने आराध्य श्रीराम की मूर्ति बनाई है।