1000 वर्ष तक सुरक्षित रहेगा भगवान श्रीराम का मंदिर, बहुत मज़बूत हो रहा है निर्माण

अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण काफी तेज़ी से चल रहा है. इसी वर्ष 5 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के हाथों इस मंदिर का शिलान्यास और भूमि पूजन संपन्न हुआ है. और उसके बाद मंदिर निर्माण के लिए आगे की गतिविधियाँ भी शुरू हो गईं हैं. अयोध्या विकास प्राधिकरण ने मंदिर के नक़्शे को भी अपनी मंज़ूरी दे दी हैं. और अब ये पहले से प्रस्तावित नक़्शे से भी ज्यादा विशाल बन रहा है. राम जन्मभूमि परिसर की 70 एकड़ भूमि में 5 एकड़ भूमि पर राम मंदिर के साथ कॉरीडोर बनेगा. राम मंदिर का निर्माण 2.7 एकड़ भूमि में किया जाएगा

ImageSource

जानकारी के अनुसार आगामी वर्ष यानि साल 2021 की शुरुआत से पहले ही अयोध्या में राम मंदिर के नींव की खुदाई शुरू हो जाएगी. तो ये कहा जा सकता है, की मंदिर की नींव के लिए खुदाई बस अभी हाल ही में यानि दिसम्बर के महीने में ही शुरू हो जायेगी. मंदिर निर्माण के लिए टेस्ट पाइलिंग की रिपोर्ट आईआईटी चेन्नई ने निर्माण में सहयोग कर रही कंपनी टाटा कंसल्टेंसी को सौंप दी है. आईआईटी चेन्नई ने केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रुड़की की देखरेख में लार्सन एंड टूब्रो के साथ टेस्ट पाइलिंग का काम शुरू किया था, जो अक्टूबर महीने तक चला था. इसकी रिपोर्ट देने के बाद, अब राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र दिल्ली में जल्द ही बैठक करेंगे. इस बैठक में नींव की खुदाई पर मुहर लग सकती है. हालांकि ये सभी कार्य समय के मुताबिक़ ही हो रहे हैं, और आने वाले दो से तीन वर्ष के अन्दर मंदिर का निर्माण पूरा होने की पूरी संभावना है, सरकार और श्रीराम मन्दिर निर्माण तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की भी यही तैयारी है.

ImageSource

भगवान श्रीराम के मंदिर की सबसे ख़ास बात ये है, कि इसे गुणवत्ता के विश्व स्तरीय मानकों पर तैयार किया जा रहा है. और दुनिया की बेहतरीन तकनीक इसके निर्माण में आजमाई जा रही है. विश्व प्रसिध्द निर्माण कम्पनियों की निगरानी में काम चल रहा है, और श्रीराम मंदिर को इस तरह बनाकर तैयार किया जाएगा कि, आने वाले 1000 वर्षों तक सभी मौसम में और भूकंप के दौरान भी ये पूरी तरह सुरक्षित रहेगा.