भव्यता और दिव्यता की अदि्वतीय कृति होगा श्री राम मंदिर, ट्रस्ट ने जारी की तस्वीरें

भगवान राम की नगरी अयोध्या में बनने जा रहे भव्य श्री राम मंदिर को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह के साथ-साथ उत्सुकता का भी माहौल है। श्रद्धालुओं के मन में इस बात की उत्सुकता है कि भगवान श्री राम का मंदिर बनने के बाद कैसा नजर आएगा? उसका आकार और स्वरूप कैसा होगा? मंगलवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं की उत्सुकता को खत्म करते हुए श्री राम मंदिर के प्रस्तावित मॉडल की कुछ तस्वीरें जारी की हैं। इन तस्वीरों में दिखाया गया है कि अयोध्या में बनने जा रहा भव्य श्री राम मंदिर निर्माण के बाद कैसा नजर आएगा।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने ट्विटर पर इन तस्वीरों को साझा करते हुए लिखा है कि, ‘श्री राम जन्मभूमि मन्दिर विश्व में भारतीय स्थापत्य कला का अनुपम उदाहरण होगा। श्री राम जन्मभूमि मंदिर भव्यता और दिव्यता की अद्वितीय कृति के रूप में विश्व पटल पर उभरेगा। मन्दिर के आंतरिक और बाह्य स्वरूप के कुछ और चित्र। जय श्री राम!’

ट्रस्ट ने कुल आठ तस्वीरें साझा की हैं। तस्वीरों में मंदिर के मॉडल के साथ ही मंदिर के अंदर और बाहर का खूबसूरत स्वरूप नजर आ रहा है।
भगवान श्री राम का मंदिर 3 एकड़ में बनेगा जबकि 65 एकड़ की जमीन पर मंदिर परिसर का विस्तार किया जाएगा। दावा है कि अयोध्या के हर कोने से यह मंदिर दिखेगा। मंदिर में चार द्वार होंगे जो चारों दिशाओं में खुलेंगे। मंदिर में सिंहद्वार, रंग मंडप, नृत्य मंडल, पूजा कक्ष होंगे। मंदिर के शिखर की ऊंचाई 161 फुट होगी। मंदिर के फर्श में संगमरमर लगाया जाएगा। मंदिर में कुल 318 पिलर होंगे। पूरे मंदिर के निर्माण में करीब 1.75 लाख घन फीट पत्थर की जरूरत होगी, जिनमें से एक मंजिला भवन के लिए पत्थर तराशे जा चुके हैं जबकि बाकी दो मंजिला भवन के लिए पत्थर तराशे जाएंगे।

अयोध्या की तरह ही मध्य प्रदेश के ओरछा को भी भगवान राम की नगरी कहा जाता है। जिस तरह अयोध्या के रग-रग में भगवान श्री राम बसे हैं, उसी तरह ओरछा के कण-कण में भगवान राम बसते हैं। ओरछा में भगवान श्री राम का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां भगवान राम को राजा के रूप में पूजा जाता है।

मान्यता है कि ओरछा की महारानी कुंवरि गणेश की भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान श्री राम ओरछा में राजा के रूप में विराजमान हुए थे। एक राजा के रूप में विराजमान होने के कारण ही यहां भगवान श्री राम रोजाना बंदूकों से फायर करके सलामी दी जाती है। ओरछा की चार दीवारी में सलामी सिर्फ भगवान श्री राम को ही दी जाती है। कोई भी वीवीआईपी हो या प्रधानमंत्री, उन्हें सलामी नहीं दी जाती है।