मंदिर निर्माण के लिए 30 साल से तराश रहे हैं पत्थर

यह करोड़ों लोगों की तपस्या का ही फल है कि भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या में उनका भव्य मंदिर बनने जा रहा है। अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बने, इसके लिए हजारों लोगों ने बलिदान दिया है। कई लोगों ने अपना पूरा जीवन ही भगवान श्री राम के मंदिर निर्माण को लेकर खपा दिया है। कई लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के सालों पहले से मंदिर निर्माण की तैयारियां शुरू कर दी थी।

80 साल की उम्र को पार कर चुके अन्नू सोमपुरा उन लोगों में से हैं, जिन्होंने भगवान श्री राम के मंदिर के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया है। अन्नू 30 साल पहले अहमदाबाद से अयोध्या आए थे। वे पिछले 30 सालों से विश्व हिंदू परिषद की कार्यशाला में राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थर तराश रहे हैं। अपने दो बेटे और भाई के साथ मिलकर अन्नू इतना पत्थर तराश चुके हैं कि मंदिर का आधे से ज्यादा निर्माण हो जाए। अन्नू इसे अपना सौभाग्य मानते हैं कि उन्होंने अपने जीवन के 30 साल श्री राम मंदिर के लिए काम किया।

अयोध्या के प्रमोद वन मोहल्ला में रहने वाले टेलर भगवत प्रसाद का परिवार तीन पीढ़ियों से रामलला की पोशाक सिल रहा है। भगवत ने 5 अगस्त के लिए भी रामलला की ड्रेस बनाई है। यह ड्रेस रामादल ट्रस्ट के कल्कि राम महाराज ने बनवाई है। इस ड्रेस में नवरत्न जड़ित है। ड्रेस का रंग हरा रखा गया है क्यों कि हिन्दू धर्म में बुधवार का दिन भगवान श्री गणेश का माना जाता है और शास्त्रों के अनुसार भगवान श्री गणेश को हरा रंग पसंद है।

राम जन्मभूमि के पास रामकोट मोहल्ले में रहने वाले सीताराम का परिवार सालों से रामलला के लिए दूध-दही भेज रहा है। सीताराम ने बताया कि जब से गर्भगृह में रामलला की मूर्तियां मिली है, तब से उनका परिवार रामलला के लिए दूध-दही भेज रहा है। पहले पिताजी दूध-दही लेकर जाते थे, अब मैं लेकर जाता हूँ।

अयोध्या में रहने वाले दीपक चौरसिया के पिताजी भगवान श्री राम के भोग के लिए पान का बीड़ा मंदिर तक पहुंचाया करते थे। अब यह जिम्मेदारी दीपक निभाते हैं। दीपक रोजाना सुबह 20 बीड़ा मीठा पान तैयार करके मंदिर तक पहुंचाते हैं। दीपक पान में कत्था, चुना, सुपारी, सौंफ, लौंग, गुलकंद, चेरी, मीठा मसाला, मीठी चटनी आदि डालते हैं।

भगवान श्री राम मंदिर के भूमि पूजन से एक दिन पहले मंगलवार को अयोध्या में दीपोत्सव मनाया जा रहा है। करीब सवा लाख दीयों की रौशनी से अयोध्या जगमगा उठी है। साकेत महाविद्यालय से हनुमानगढ़ी तक का रास्ता अपनी दिव्यता का एहसास करा रहा है। पूरे क्षेत्र में भगवा झंडे लहरा रहे हैं। अयोध्या में रहने वाले लोग इस अद्भुत नज़ारे को देख उत्साहित हैं।