धारावाहिक रामायण दुनियाभर के रामभक्तों के लिए ऐसी सौगात है, जिसने समूचे टेलीविज़न के इतिहास में आज तक सर्वाधिक देखे जाने वाले टीवी शो के रूप में तो रिकॉर्ड कायम किया ही है, इसके साथ इंसान की आस्था को एक नया आयाम भी दे दिया. रामायण को धारावाहिक के रूप में प्रस्तुत करने वाले टेलीविज़न के पहले निर्माता निर्देशक थे रामानंद सागर. उससे पहले रामायण पर फ़िल्में तो बनी थी, पर इतने बड़े धारावाहिक को बनाना आसान नहीं था.
सन 1949 में राजकपूर जी की फिल्म बरसात से लेखक के तौर पर अपने जीवन का सफ़र शुरू करने के बाद उन्होंने आँखें, आरज़ू, चरस और बग़ावत जैसी कई फिल्मों का निर्माण किया, पर रामायण बनाकर तो जैसे वो अमर हो गए.
रामायण रामानंद सागर का वो सपना था, जिसे पूरा करने के लिए उन्हें बहुत मशक्कत करनी पड़ी. इसके निर्माण के लिए उन्होंने कई बड़े निर्माताओं से बात की, लेकिन कोई उस पर पैसे लगाने के लिए तैयार नहीं था. लेकिन सागर साहब की जिद थी, रामायण तो बनकर ही रहेगी. और उन्होंने खुद ही उस पर पैसा लगाने का फैसला किया.
रामायण धारावाहिक के लेखन पर उन्होंने बहुत गहन काम किया. तुलसीदास रामायण के अलावा, संस्कृत में वाल्मीकि रामायण, तमिल, तेलगु, बंगाली जैसी कई भाषाओँ में लिखी गई रामायण पर पूरी रिसर्च करके अपने राइटर्स की टीम के साथ मिलकर इसकी स्क्रिप्ट तैयार की.
रामायण उस समय का सबसे महंगा धारावाहिक था. इसके निर्माण पर करीब 9 लाख रुपये पर एपिसोड खर्च हुए थे. और ये दूरदर्शन के लिए भी सबसे ज्यादा कमाई करने वाला धारावाहिक साबित हुआ. और इसने करीब 40 लाख रुपये पर एपिसोड तक कमाई करके टेलीविज़न पर ऐसा कीर्तिमान बनाया कि, जिसके लिए रामायण का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में भी शामिल किया गया.
श्रीराम की कहानी को जन जन तक पहुँचाने वाले रामानंद सागरजी आज हमारे बीच नहीं हैं. रामायण के अलावा उन्होंने विक्रम बेताल, कृष्णा, अलिफ़ लैला और साईं बाबा जैसे धारावाहिकों का भी निर्माण किया.
कला के क्षेत्र में बेहतरीन योगदान के लिए भारत सरकार ने सन 2000 में उन्हें पद्मश्री से समानित किया. कुछ लोगों के जीवन की यात्रा अनवरत होती है, जो उनके नहीं होने के बाद भी उन्हें हमेशा जीवित रखती है. उन कहानियों के ज़रिये, जो वो इस धरती पर कहकर गए, और जिन्हें आने वाली कई पीढियां सुनती रहेंगी. और रामानंद सागरजी के तो नाम में ही राम थे, उनकी कही रामकहानी भी उन्हें हमेशा हमारे बीच होने का आभास दिलाती रहेगी.