सोने के शेषनाग और चांदी के कछुए के साथ एक मन चांदी की शिला स्थापित होगी राम मन्दिर में

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का भव्य मंदिर अयोध्या में बनेगा। इसके लिए 5 अगस्त को भूमि पूजन होने जा रहा है। यह भूमि पूजन भव्य और यादगार तो होगा ही, इसके साथ ही यहां काशी के विशिष्ट विद्वानों द्वारा विशेष अनुष्ठान किया जाएगा। भूमि पूजन की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। श्री राम मंदिर की जब नींव रखी जाएगी तो उसमें क्या-क्या लगेगा? इसे लेकर आम व्यक्ति ही नहीं बल्कि विद्वानों तक में दिलचस्पी है। वास्तव में यह इस पीढ़ी के लिए सौभाग्य की बात है जो अपने आराध्य श्री राम के मंदिर की नींव डलते हुए देखेगी और फिर भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण की भी साक्षी बनेगी।

काशी विद्वत परिषद के मंत्री और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के संस्कृत विद्या धर्म संकाय ज्योतिष विभाग के प्रोफेसर पंडित रामनारायण द्विवेदी के अनुसार विधि-विधान से नींव में कई विशिष्ट सामग्रियां अर्पित की जाएंगी। पाताल लोक के स्वामी और पृथ्वी को अपने फन पर धारण करने वाले शेषनाग की प्रतिकृति भी नींव में रखी जाएगी। शेषनाग की यह प्रतिकृति सोने की होगी। इसके साथ ही चांदी के कच्छप (कछुआ) की प्रतिकृति के साथ ही कुछ विशेष औषधियों का इस्तेमाल भी किया जाएगा। भूमि पूजन के दौरान मंदिर की नींव में एक मन चांदी की शिला भी स्थापित की जाएगी। राम मंदिर की नींव में रजत बेलपत्र का भी अर्पण होगा, जो वाराणसी से काशी विश्वनाथ को अर्पित किया हुआ बुलवाया जाएगा।

नींव में पंचरत्न जैसे मूंगा, पन्ना, नीलम, माणिक्य और पुखराज के साथ ही पांच चांदी के सिक्के भी रखे जाएंगे। चांदी के ये 5 सिक्के नंदा, जया , भद्रा , रिक्ता और पूर्णा के प्रतीक होंगे। इसी तरह तांबे के कलश में पांच नदियों का पवित्र जल रहेगा, जिसका उपयोग अनुष्ठान के लिए किया जाएगा। देश के अलग-अलग स्थानों से नदियों का पवित्र जल और मिट्टी लाने की भी प्रक्रिया चल रही है। यह सामग्री भूमि पूजन के एक दिन पहले श्री राम मंदिर अनुष्ठान स्थल पर पहुंच जाएगी। भव्य राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन पर होने वाले अनुष्ठान को कराने के लिए काशी के विद्वानों को विशेष आमंत्रण दिया गया है।

पंडित व्दिवेदी को भी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से भूमि पूजन का अनुष्ठान संपन्न कराने के लिए औपचारिक आमंत्रण मिल चुका है। उनके साथ दो अन्य विद्वान श्री राम मंदिर का भूमि पूजन कराने विशेष रूप से अयोध्या पहुंच रहे हैं। 3 अगस्त को वे अपने सहयोगी विद्वानों के साथ अयोध्या पहुंच जाएंगे। 5 अगस्त को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ की विशेष उपस्थिति में भूमि पूजन का यह पावन कार्य संपन्न होगा । फिलहाल पूरे देश की नजरें अयोध्या पर लगी हुई हैं, जहां भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण की नींव रखी जानी है।