डिप्रेशन से दूर रखता है सीताफल, दिल का भी रखता है ख्याल

सीताफल ऐसा फल है जिसे हम सभी ने जरूर खाया है। इसका स्वाद अन्य फलों से अलग होता है। सीताफल खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है। हमारे आसपास के बाग-बगीचों और जंगलों में सीताफल का पेड़ आसानी से मिल जाता है। सीताफल खाना सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है। इसमें कई तरह के औषधीय गुण होते हैं। सीताफल में एंटीऑक्सीडेंट्स और पोटेशियम जैसे न्यूट्रिएंट्स होते हैं, जो शरीर के लिए उपयोगी है। कई तरह की बीमारियों के इलाज के लिए सीताफल का इस्तेमाल किया जाता है। सीताफल का वानस्पतिक नाम अन्नोना स्क्वामोसा है।

ImageSource

सीताफल में प्रचुर मात्रा में आयरन होता है। इसलिए सीताफल का सेवन करने से शरीर में खून की कमी नहीं होती है। रक्त के थक्के जमना और गठिया जैसी परेशानियों में भी सीताफल का सेवन उपयोगी है। सीताफल रक्तचाप को नियंत्रित करता है, जिससे दिल का दौरा पड़ने की संभावना कम होती है। सीताफल में मौजूद मैग्नीशियम हृदय से जुड़े रोगों से शरीर की रक्षा करता है। अस्थमा के रोगियों के लिए भी सीताफल फायदेमंद होता है। इसके अलावा सीताफल का सेवन करने से डायबिटीज के मरीजों को भी आराम मिलता है। सीताफल में लो कैलोरी और लो फैट होने के कारण यह मोटापा कम करने में सहायक है। सीताफल हमारी भूख को नियंत्रित करता है।

सीताफल शरीर के पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करता है। साथ ही सीताफल के तने को चबाने से सर्दी-जुकाम और कफ की समस्या से निजात मिलती है। रोजाना सीताफल खाने से तनाव और डिप्रेशन कम होता है, साथ ही आंखों की रोशनी भी तेज होती है। सीताफल से हमारे दांत मजबूत होते हैं और मसूड़ों में होने वाला दर्द भी कम होता है। सीताफल के पत्तों को पीसकर चेहरे पर लगाने से निखार आता है। सीताफल के बीज से बने चूर्ण को नारियल तेल में मिलाकर नहाने से पहले बालों में लगाने से बालों में जूं आदि मर जाते है।

ImageSource

सीताफल के इन फायदों के बीच इसके कुछ नुकसान भी है। इसके बीज जहरीले होते हैं, इसलिए इसके मिश्रण को बालों में लगाने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि यह मिश्रण आपकी आंखों में ना चला जाए। इससे आंखों की रोशनी भी जा सकती है। सीताफल का अधिक मात्रा में सेवन करने से अपच हो सकती है। इसलिए किसी भी बीमारी के इलाज के लिए सीताफल का सेवन करने से पहले चिकित्सक की सलाह जरूर ले।