कितने लोग सोते हैं सही तरीके से, सोचा भी नहीं होगा, शयन के लिए भी होते हैं इतने मुश्किल नियम

इंसान के जीवन में शयन का बहुत महत्व है. अगर सही तरीके से नींद आ गई तो सब ठीक, नहीं तो स्वास्थ्य से लेकर काम धंधे तक सब कुछ बिगड़ जाता है. तो वहीँ ये भी जानना बहुत ज़रूरी है कि, किसे कितना सोना चाहिए. नींद के बिना इंसान बिलकुल नहीं रह सकता, हाँ एक दो दिन कुछ विषम परिस्थिति हो तो बात अलग है, अन्यथा नींद और सेहत का बहुत ही गहरा नाता है. तो आइये जानते हैं क्या हैं सोने के सही नियम:-

ImageSource

1. मनुस्मृति के अनुसार सूने तथा निर्जन घर में अकेला नहीं सोना चाहिए. देव मन्दिर और श्मशान में भी नहीं सोना चाहिए.

2. तो विष्णुस्मृति के अनुसार किसी सोए हुए मनुष्य को अचानक नहीं जगाना चाहिए.

3. चाणक्यनीति कहती है, विद्यार्थी, नौकर औऱ द्वारपाल यदि ये अधिक समय से सोए हुए हों, तो इन्हें जगा देना चाहिए.

4. पद्मपुराण के अनुसार स्वस्थ मनुष्य को आयुरक्षा हेतु ब्रह्ममुहुर्त में उठना चाहिए.

5. देवीभागवत कहता है, बिल्कुल अँधेरे कमरे में नहीं सोना चाहिए.

6. अत्रिस्मृति के अनुसार भीगे पैर नहीं सोना चाहिए. सूखे पैर सोने से लक्ष्मी (धन) की प्राप्ति होती है.

7. महाभारत के अनुसार टूटी खाट पर तथा जूठे मुँह सोना वर्जित है.

8. गौतम धर्म सूत्र कहता है, निर्वस्त्र नहीं सोना चाहिए.

9. तो वहीँ आचार्यमयूख के अनुसार पूर्व की ओर सिर करके सोने से विद्या पश्चिम की ओर सिर करके सोने से प्रबल चिन्ता, उत्तर की ओर सिर करके सोने से हानि व मृत्यु तथा दक्षिण की ओर सिर करके सोने से धन व आयु की प्राप्ति होती है.

10. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दिन में कभी नहीं सोना चाहिए. परन्तु ज्येष्ठ मास में दोपहर के समय 1 मुहूर्त (48 मिनट) के लिए सोया जा सकता है. दिन में सोने से रोग घेरते हैं तथा आयु का क्षरण होता है.

11. ब्रह्मवैवर्तपुराण के अनुसार दिन में तथा सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय सोने वाला रोगी और दरिद्र हो जाता है.

ImageSource

12. सूर्यास्त के एक प्रहर (लगभग 3 घण्टे) के बाद ही शयन करना चाहिए.

13. बायीं करवट सोना स्वास्थ्य के लिये बहुत अच्छा माना जाता है.

14. दक्षिण दिशा में पाँव करके कभी नहीं सोना चाहिए. यम और दुष्ट देवों का निवास रहता है. कान में हवा भरती है. मस्तिष्क में रक्त का संचार कम को जाता है, स्मृति- भ्रंश, मौत व असंख्य बीमारियाँ होती हैं.

15. . हृदय पर हाथ रखकर, छत के पाट या बीम के नीचे और पाँव पर पाँव चढ़ाकर कभी नहीं सोना चाहिए.

16. . शय्या पर बैठकर खाना-पीना भी अशुभ माना जाता है.

17. . सोते सोते पढ़ना नहीं चाहिए. ऐसा करने से नेत्र ज्योति घटती है.

18. माथे पर तिलक लगाकर सोना अशुभ है. इसलिये सोते समय तिलक हटा दें.

जो लोग शयन के इन नियमों का पालन करते हैं, वो यशस्वी, निरोग और दीर्घायु होते हैं.