तो अब वैदिक विधि विधान और अनुष्ठान के साथ शुरू हुआ श्री राम मंदिर निर्माण का शुभारंभ

40 फीट की खुदाई का काम पूरा करने के बाद, राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टियों द्वारा भूमिपूजन और अन्य वैदिक और वास्तु अनुष्ठानों के बाद सोमवार से अयोध्या में भव्य राम मंदिर की नींव रखने के लिए बहुप्रतीक्षित निर्माण कार्य शुरू हो गया है.

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ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्रा, राजा विमलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्रा, महामंत्री दिनेंद्र दास और जिला मजिस्ट्रेट अनुज झा ने भूमिपूजन और अन्य वैदिक और विशाल अनुष्ठानों में भगवान राम, भगवान गणेश, माता लक्ष्मी और भगवान विश्वकर्मा के समक्ष पूजा अर्चना और नींव रखने की रस्म की.
यद्यपि राम मंदिर के लिए 2.77 एकड़ भूमि पर नींव का निर्माण शुरू करने की आधिकारिक तिथि, गर्भगृह को बढ़ाते हुए 9 अप्रैल तय की गई थी, नींव भरने की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए 40 फीट की नींव में एक फीट कंक्रीट बिछाई गई.

मौजूदा स्थिति को देखें तो 50 से 55 फीट गहरी राममंदिर की नींव भराई काम प्रगति पर है. पहली लेयर 40 फीसदी तैयार हो चुकी है, और ऐसी संभवानाएं है कि बचा हुआ काम 20 अप्रैल तक हो जाएगा. जानकारी के अनुसार लेयर को 28 दिन तक सुखाया जाएगा इसके बाद वायब्रो रोलर के जरिए इसकी क्षमता मापी जाएगी.
नींव के एक फुट को भरने के लिए सिलिकॉन, सीमेंट, मौरंग और कंक्रीट के मिश्रण का उपयोग किया गया है. नींव को मज़बूत करने के लिए इस तरह की गतिविधि की गई. इन सब गतिविधियों के बाद लार्सन एंड टुर्बो के इंजीनियर उस सामग्री का उपयोग करेंगे जिनका इस्तेमाल नींव रखने के लिए किया गया है. और फिर उसके बाद ही आगे के कार्य को हरी झंडी दी जाएगी.

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि नींव का काम अगस्त तक पूरा हो जाएगा और फिर राम मंदिर का वास्तविक निर्माण शुरू हो जाएगा। साथ ही वे कहते हैं हमारा कार्य तय समय अनुसार ही चल रहा है. आगे भी सब कुछ सही रहने पर भगवान राम मंदिर 2024 तक तैयार हो जाएगा।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने भी शनिवार को एक अखबार से बातचीत के दौरान विश्वास दिलाया कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण 2024 तक पूरा हो जाएगा.