कुछ घातक बीमारियाँ, जिनका समय पर इलाज होना है बहुत ज़रूरी

1. हृदय से जुडी बीमारियाँ

हृदय से सम्बंधित बीमारियाँ जीवन शैली में हुए बदलाव के वजह से तेज़ी से बढ़ रहीं हैं. जीवन में जंक फ़ूड की अधिकता के कारण भी हृदय से जुड़े रोगों की अधिकता हो रही है. मेडिकल क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि हर साल 17 मिलयन (1 करोड़ 70 लाख) मौतें केवल हृदय संबंधी बीमारियों से हो जाती हैं. इसलिए हृदय की बीमारियों का समय रहते इलाज होना आवश्यक है.

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2. कैंसर

कैंसर भी सबसे घातक बीमारियों में से एक है. कैंसर भी अगर लेवल 3 पार कर गया तो उसका इलाज भी बहुत मुश्किल से मिलता है. आज भी इस बीमारी का खौफ इतना है कि लोग इसको सुनना भी पसंद नहीं करते. कैंसर का भी समय पर पता चलना और और उसका पूरा इलाज होना बहुत ज़रूरी है.

3. स्पाइनल मस्क्यूलर अट्रॉफी (SMA)

ये बीमारी उनमें होती है जिनके शरीर में प्रोटीन वाला जीन नहीं होती. प्रोटीन वाला जीन न होने से मांसपेशियां और शरीर की नसें नष्ट होने लगती हैं. व्यक्ति को भूलने की आदत जैसी बीमारी से जूझना पड़ता है. जैसे कि आप जानते हैं कि मस्तिष्क से सभी मांसपेशियां संचालित होती हैं, इसलिए सांस लेने और भोजन करने तक में दिक्कतें होने लगती है. SMA कई तरह की होती है, लेकिन इसमें Type 1 सबसे गंभीर है. इसका भी सही समय पर इजाल होना आवश्यक होता है.

4. तनाव

तनाव यानि डिप्रेशन भी इन दिनों एक गंभीर बीमारी का रूप लेता जा रहा है. इसकी कोई भी वजह हो सकती है, घर का माहौल सही नहीं होना, आर्थिक संकट, शरीर में मौजूद कोई ऐसी बीमारी जो लम्बे समय से ठीक नहीं हो रही, रिश्तों में आपस मन मुटाव, तनाव की स्थिति महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अधिक संख्या में पाई जाती है. तनाव शारीरिक, सामाजिक और मानसिक हो सकते हैं.

हर साल लगभग 12 करोड़ महिलाएं इसकी शिकार होती हैं. इसका समय पर इलाज होना ज़रूरी है, तनाव ग्रस्त व्यक्ति को पहचानकर उसका साथ देना भी बेहद ज़रूरी है.

5. ऑटोइम्यून डिसिज

ऑटोइम्यून डिसिज उन बीमारियों के समूह में आती है, जिनमें इम्यून सिस्टम हमारे शरीर पर अटैक करता है और टिशूस को नष्ट कर देता है या बदल देता है.

इस श्रेणी में लगभग 80 से भी ज्यादा गंभीर क्रानिक बीमारियां आतीं हैं जिसमें ल्यूपस, मल्टीपल स्किलरोइसिस और मधुमेह आदि भी शामिल हैं. इसके लक्षण भी ज्यादा विशेष नहीं होते, इसलिए इसका पहचानना भी कभी कभी मुश्किल होता है, और इसका पूर्ण इलाज होना बहुत जरूरी होता है.