अयोध्या में बनने वाला श्रीराम मंदिर होगा बेहद भव्य और आधुनिक, रूपरेखा हुई तैयार

तैयारियां हो चुकी हैं. दिव्य युग का शुभारम्भ होने जा रहा है. अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बनाया जा रहा है. वो देव स्थान जिससे समस्त सनातन धर्म के अनुयायियों की आस्था जुड़ी है. जो आराध्य हैं मानवजाति के, ये प्रभु राम का मंदिर है. जिसके बनने की प्रतीक्षा में सदियाँ बीत गईं. और अब वो घड़ी आ गई है. पर समय तो लगेगा.

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समय इसलिए भी लगेगा क्योंकि ये मंदिर प्रभु राम की जन्मभूमि पर बन रहा है. तो एक एक बात का ध्यान रखा जाएगा. छोटी छोटी चीज़ें भी अद्भुत होंगीं इस मंदिर के परिसर में. इसीलिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा मंदिर के परिसर की 70 एकड़ भूमि पर निर्माण की रूपरेखा तैयार कर ली है. और ये निर्माण मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम की मर्यादा के अनुसार ही होगा.

पूरा राममंदिर परिसर राममय होने के साथ-साथ आधुनिक सुविधाओं से भी लैस होगा. रामलला के दरबार में रामभक्तों को दिव्य दर्शन की अनुभूति होगी. एक साथ पांच हजार भक्त रामलला की परिक्रमा कर सकेंगे. परिसर में वेदशाला, यज्ञशाला, रामवन, रामम्यूजियम, रामरसोई सहित यात्री सुविधाओं का बेहतर इंतजाम भी होगा.

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के साथ-साथ परिसर के विकास के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से एक परिकल्पना तैयार की गई है. श्रीराम मंदिर परिसर को खास बनाया जा रहा है ताकि जब रामभक्त परिसर में प्रवेश करें तो उन्हें इस बात का अहसास हो कि वह श्रीराम जन्मभूमि धाम में हैं.

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इसके लिए उस परिसर में कई महत्वपूर्ण निर्माण भी किये जाएंगे. इन्हीं में एक है मंदिर परिसर में प्रवेश के लिए चार भव्य द्वार. मंदिर परिसर में राम मंदिर के साथ ही परिक्रमा पथ बनेगा. सूत्रों के अनुसार श्रद्धालु रामलला के दर्शन के बाद उनकी परिक्रमा कर सकेंगे. एक समय और एक बार में 5,000 से अधिक श्रद्धालु एक साथ परिक्रमा कर सकेंगे. श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर विकास परिकल्पना के अनुसार शेषावतार मंदिर को भी भव्य रूप दिया जाएगा.