प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए भूमि पूजन के बाद अब अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बनाने की कोशिशें तेज हो गई है। मंदिर का नक्शा बनवाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। भगवान श्रीराम का तीन मंजिला मंदिर लगभग 120 एकड़ क्षेत्र में बनाया जाएगा। मंदिर बनाने में लगभग 100 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। धन की व्यवस्था करने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट जल्द ही विज्ञापन जारी करके लोगों को दान करने के लिए प्रेरित करेगा। विज्ञापन अलग-अलग भाषाओं में छपने वाले भारतीय अखबारों में दिया जाएगा। विज्ञापन में बैंक का नाम, ट्रस्ट का अकाउंट नंबर और बैंक का बारकोड होगा। इससे श्रद्धालुओं को दान करने में आसानी होगी।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि देश भर में सभी भाषाओं के सभी प्रमुख अखबारों में विज्ञापन के जरिए लोगों को दान करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। विज्ञापन में बैंक, अकाउंट नंबर की जानकारी के साथ बार कोड भी होगा। वहीं विदेशी नागरिकों को लेकर पूछे गए सवाल पर चंपत राय ने कहा कि फ़िलहाल देश के लोगों को ही राम मंदिर निर्माण के लिए दान करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। विदेशी नागरिकों के बारे में बाद में सोचेंगे। उन्होंने बताया है कि श्रद्धालु रोजाना बड़ी संख्या में दान दे रहे हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पांच लाख और एक लाख रुपए का दान किया है। इसके अलावा छोटे दान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी अधिक है।
वहीं मंदिर निर्माण को लेकर चंपत राय ने बताया है कि फ़िलहाल राम मंदिर की बुनियाद को लेकर कार्य शुरू नहीं किया गया है। अभी मंदिर निर्माण में काम आने वाली मशीनों को लाने के लिए रास्ते में आने वाली बाधाओं को हटाया जा रहा है। साथ ही श्रीराम मंदिर निर्माण से पहले सीता रसोई, कोहबर भवन, आनंद भवन सहित कुछ मंदिरों को ध्वस्त भी किया जाएगा। हालांकि मंदिरों में रखी प्रतिमाओं को सुरक्षित रखा जाएगा और बाद में इनकी फिर से स्थापना की जाएगी।