गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने बताया है, कौन होता है मुनि, और कितने होते हैं मुनियों के प्रकार
दुःखेष्वनुद्विग्नमनाः सुखेषु विगतस्पृहः। वीतरागभयक्रोधः स्थितधीर्मुनिरुच्यते ।। ५६ ।। ImageSource दुःखेषु– तीनों तापों में; अनुद्विग्न-मनाः – मन में विचलित हुए बिना; […]
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