श्रीराम भारतीय जनमानस की ह्रदय और आत्मा में बसे हुए हैं, सनातन परम्पराओं के अग्रज हैं. श्रीराम, आदर्शों की मिसाल, अयोध्या के राजा और हम सबके भगवान. और अब काफी लम्बी प्रतीक्षा के बाद उनके मंदिर निर्माण की तैयारियां शुरू हो गईं हैं. बीते वर्ष शिलान्यास भी हो चुका है. अब निधि संग्रह का कार्य पूरे देश में चल रहा है, जो आगामी 27 फ़रवरी तक अनवरत चलता रहेगा. इसी बीच गणतंत्र दिवस के मौके पर भगवान श्रीराम मंदिर के मॉडल की झांकी भी दिल्ली के राजपथ पर निकाली गई. और झांकी को प्रथम स्थान भी मिला है. भगवान श्रीराम के मंदिर के मॉडल की झांकी का प्रथम स्थान पर आना प्रभु श्रीराम का सम्मान तो है ही, इसके साथ ही पूरी दुनिया के रामभक्तों की भावनाओं का भी सम्मान है.
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के कार्य में तेज़ी आ गई है. अब जो राम मंदिर बनेगा, वो अद्भुत होगा, पूरी दुनियां में रामजी का सबसे बड़ा दरबार होगा. और इसके लिए पहले से बने मंदिर के नक़्शे में भी बदलाव किया गया है. पहले इसमें सिर्फ तीन गुम्बद थे, लेकिन अब पांच होंगे, और इसकी ऊंचाई भी अब पहले से ज्यादा हुई है, तो अब ये मंदिर तीन मंजिला होगा. जितना आलौकिक ये नक़्शे में लग रहा है, जब बनकर तैयार होगा, तो उससे भी ज्यादा भव्य और दिव्य होगा.
केवल इतना ही नहीं मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या का विस्तार भी शुरू हो जायेगा, क्योंकि एक बार मंदिर बनकर तैयार हुआ तो वहां आने जाने वालों का तांता लग जाएगा, और उससे पहले ही अयोध्या शहर के कायाकल्प की तैयारी चल रही है. इसके साथ ही अयोध्या को देश की पर्यटन नगरी के रूप में विकसित किया जाएगा, क्योंकि अनुमान है, राम मंदिर के निर्माण के बाद हर साल यहाँ करोड़ों की संख्या राम भक्त देश विदेश से अपने आराध्य के दर्शन करने के लिए आयेंगे, और ये हमेशा अनवरत चलता ही रहेगा.