उड़ीसा के पुरी शहर को भगवान जगन्नाथ और हजारों सालों से चली आ रही उनकी रथयात्रा के लिए जाना जाता है, चाहे कितनी भी विषम परिस्थितियां रहीं हो लेकिन ये रथयात्रा हमेशा भव्य तरीके से निकलती रही, इस बार कोरोना महामारी के चलते स्थिति थोड़ी अलग थी, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद रथयात्रा तो निकली लेकिन उसमें भक्तों को शामिल होने की अनुमति नहीं मिली, केवल भगवान जगन्नाथ के सेवक जो सालों से पीढ़ी दर पीढ़ी इस रथयात्रा को खींचकर ले जाते हैं, वही इसमें शामिल हो सके| और इसी बीच इस रथयात्रा को खींचते हुए बॉडी बिल्डर जैसे दिखने वाले एक युवक की तस्वीरें और वीडियो तेज़ी से वायरल होने लगे, इस नौजवान का नाम है अनिल गोचिकर|
2014 में दुबई में बॉडी बिल्डिंग की वर्ल्ड चैंपियनशिप में भाग लेकर देश के लिए मेडल जीतकर लाने वाले अनिल बॉडी बिल्डिंग में एक बार मिस्टर इंटरनेशनल इंडिया के अलावा 4 बार मिस्टर इंडिया और 7 बार मिस्टर ओडिशा का खिताब अपने नाम कर चुके हैं, और इन्हें भगवान जगन्नाथ का बॉडीगार्ड कहा जाता है|
जानकारी के अनुसार पुरातन काल में जब इस मंदिर की स्थापना हुई, तो भगवान जगन्नाथ की संपत्ति और परम्पराओं की रक्षा करने के लिए एक सेना बनाई गई थी, जिसे प्रतिहारी सेना कहते हैं, और अभी भी इस सेना में लगभग तीन हज़ार प्रतिहारी हैं, लेकिन इस साल सिर्फ 1200 लोगों को ही इसमें शामिल होने की अनुमति मिली थी| अनिल भी इसी सेना का एक हिस्सा हैं, और कई पीढ़ियों से अनिल का परिवार इस सेना में शामिल होकर सेवा करता रहा है, अनिल भी उसी परम्परा को आगे बढ़ा रहे हैं, लेकिन इसके अलावा बॉडी बिल्डिंग में भी वो बहुत बड़ा नाम कमा चुके हैं| ख़ास बात ये है कि, ब्राह्मण परिवार में जन्मे अनिल ने कभी नॉनवेज तो क्या अंडा भी नहीं खाया, बल्कि शुद्ध शाकाहारी डाइट से ही बॉडी बनाई है| अनिल की डाइट में हर रोज़ 4 से 5 किलो दूध, दो – ढाई किलो फल और आधा किलो चीज़ शामिल है|
मंदिर में सेवा करने के अलावा अनिल के परिवार का होटल व्यवसाय भी है, और वो उसी में एक जिम भी चलाते हैं| 2006 में अपने पिता की मौत के बाद अनिल और उनका बड़ा भाई मिलकर इस व्यवसाय को सम्हाल रहे हैं|