आपने गौर किया होगा या देखा होगा या फिर अपने घर के बड़े बुर्जगों से पूछ सकते हैं कि जमीन पर बैठकर खाना खाने के कितने फायदे होते हैं. मार्कंडेय पुराण, महाभारत, ब्रह्म और कूर्म पुराण के अनुसार जमीन पर बैठकर खाना खाने से सेहत अच्छी रहती है. और उम्र भी लंबी होती है. आयुर्वेद के अनुसार जमीन पर बैठकर खाना खाने से पाचन क्रिया अच्छे से काम करती है. और जठाराग्नि तेज हो जाती है. इसका फायदा पूरे शरीर को मिलता है.
यदि खड़े होकर या कुर्सी पर बैठकर खाना खाते हैं तो गुरुत्वाकर्षण बल से खाना तेजी से पेट में जाता है. इस कारण शरीर खाने का रस और एंजाइम्स ठीक से नहीं ले पाता. पैरों को फोल्ड यानि आलती पालथी मारकर खाना खाने से गुरुत्वाकर्षण बल कम कर हो जाता है. इससे खाना धीरे-धीरे पेट के सभी हिस्सों से होकर गुजरता है. इससे शरीर को भरपूर ताकत मिलती है. और शायद इसी कारण विद्वानों ने इस तरह की परंपरा बनाई है.
जमीन पर बैठकर खाना खाने के फायदे हैं ये-
1. क्या आप जानते हैं कि जमीन पर आलती पालथी मारकर बैठने को कौन सा आसन कहा जाता है? इस आसन को सुखासन कहा जाता है. इस मुद्रा में बैठकर खाना खाने से आप हमेशा तंदुरस्त रहते हैं.
2. इस आसन में बैठकर खाना खाने से मानसिक तनाव जैसी समस्या से निजात मिलती है.
3. पाचन क्रिया अच्छी करने के लिए इस आसन में खाना खाएं. और मोटापा, कब्ज, एसिडिटी आदि पेट की बीमारियां से राहत मिलती है. और हां, मन शांत भी रहता है.
4. इस आसन में बैठने से घुटने मुड़ जाते हैं. इससे हड्डियां मजबूत होती हैं. हड्डियां के बीच में से हवा निकल जाती है.
5. रक्त संचार अच्छा होता है. शरीर र्फुतीला बनता है.
6. शरीर में सुधार होता है और मांसपेशियां मजबूत बनती हैं.