मिट्टी से बनी 600 किलो की गणेश प्रतिमा के विसर्जन का होगा लाइव प्रसारण

वैसे तो हर साल गणेश उत्सव की धूम पूरे देश में होती है। श्रद्धालु गणपति बप्पा को अपने घर लेकर आते हैं और दस दिनों तक उनकी सच्चे मन से आराधना करते हैं। हालांकि भारत के अन्य हिस्सों के मुकाबले महाराष्ट्र में गणेश उत्सव का जश्न सबसे अधिक रहता है। श्रद्धालु अपने घर-घरों में तो गणपति बप्पा की स्थापना करते ही हैं, साथ ही चौराहों व सोसायटी में भी पंडाल सजाकर भगवान श्रीगणेश को विराजमान किया जाता है। हालांकि इस वर्ष कोरोना संकट के कारण सड़कों पर श्रद्धालुओं की संख्या भले कम दिखाई दे रही है। लेकिन चौराहों पर गणेश पंडाल लगाकर उन्हें बड़ी ही खूबसूरती से सजाया गया है।

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मायानगरी मुंबई की अंधेरी में स्थित जितेन हाउसिंग सोसाइटी में लगाया गया गणेश पंडाल हर साल की तरह इस बार भी अपनी खूबसूरती के कारण चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां गणेश पंडाल को बड़ी ही खूबसूरत तरीके से सजाया गया है। गणेश पंडाल में रामायण के प्रसंगो को पेंटिंग के माध्यम से उकेरा गया है। मंडप में सिद्धिविनायक की प्रतिकृति तैयार की गई है। इसके अलावा पंडाल में स्थापित भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा भी चर्चा का विषय बनी हुई है। इस प्रतिमा का वजन लगभग 600 किलो है। यह प्रतिमा पूरी तरह से मिट्टी की बनी हुई है।

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आयोजकों ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि रामायण के प्रसंगो की पेंटिंग आर्टिस्ट सागर म्हात्रे ने बनाई है। वहीं आर्ट डायरेक्टर सुयोग भोसले ने मंडप में सिद्धिविनायक की प्रतिकृति तैयार की है। इसके अलावा हमने पंडाल में भगवान गणेश की 4 फीट की मूर्ति स्थापित की है। यह पूरी तरह मिट्टी से बनी हुई है और इसका वजन लगभग 600 किलो है। वैसे इतनी भारी प्रतिमा को विसर्जित करने के लिए चिंता करने की जरूरत नहीं है। प्रतिमा का विसर्जन वर्सोवा में नहीं किया जाएगा बल्कि पंडाल के पास ही एक आर्टिफिशियल तालाब तैयार किया है, जिसमें प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। इसका लाइव प्रसारण भी किया जाएगा।