भारत के जन-जन के हृदय में बसे भगवान श्री राम के मंदिर की भव्यता को लेकर जो योजना है, वह राम भक्तों की भावनाओं के अनुकूल है। भगवान श्री राम के मंदिर के लिए जो डिजाइन तैयार की गई है उसके हिसाब से निर्माण की लागत एक अरब रुपए पार हो जाएगी। मंदिर बनाने के लिए धन की कोई कमी नहीं आएगी क्योंकि बताया जा रहा है इसके लिए 10 करोड़ से ज्यादा परिवार दान दे रहे हैं। हालांकि फिलहाल निर्माण के लिए ट्रस्ट के पास 15 करोड़ हैं। राम जन्मभूमि न्यास से नए ट्रस्ट को 10 करोड़ रुपए हस्तांतरित किए गए थे। इधर फरवरी में स्थापित नए ट्रस्ट ने दान से अब तक 5 करोड़ रुपए इकट्ठा किए हैं। न्यास ने 10 करोड़ रुपए 1989 से अब तक प्राप्त दान से एकत्र किए थे।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट बनने के बाद उसके बैंक खाते रामनवमी पर सार्वजनिक किए गए थे। ट्रस्ट के दो खाते हैं, एक बचत खाता और दूसरा करंट अकाउंट। बताया जा रहा है कि महावीर मंदिर ट्रस्ट द्वारा भी दो करोड़ रुपए का चेक खाते में जमा कराया गया है। महावीर मंदिर ट्रस्ट ने 8 करोड़ रुपए की धनराशि राम मंदिर निर्माण के लिए सुरक्षित रखी है, जो कि मंदिर निर्माण के लिए किस्तों में जारी की जाएगी।
जैसा कि सभी को मालूम है मंदिर की डिजाइन कुछ माह पहले नए सिरे से बनाई गई है। नई डिजाइन के तहत मंदिर अत्यंत भव्य बनेगा। अब यह मंदिर 3 मंजिला होगा, जिसकी ऊंचाई 33 फीट बढ़ाकर 161 फीट कर दी गई है। मंदिर के 5 गुंबद बनाए जाएंगे। इसका परिसर क्षेत्र करीब 120 एकड़ का होगा।
कहा जा रहा है कि पुराने नक्शे के हिसाब से ही मंदिर की लागत करीब एक अरब होने वाली थी, अब नई डिजाइन के मंदिर में लागत और बढ़ेगी। वैसे अभी मंदिर निर्माण की लागत आधिकारिक रूप से सार्वजनिक नहीं की गई है लेकिन अब ट्रस्ट के सामने एक बड़ी चुनौती यह है कि मंदिर निर्माण समय सीमा में पूरा हो ताकि इसकी लागत में और इजाफा न हो सके।उल्लेखनीय है कि मंदिर निर्माण की समय सीमा 3 वर्ष तय की गई है।
वैसे तो ट्रस्ट के पास मंदिर निर्माण के लिए देश विदेश से लगातार दान प्राप्त हो रहा है। इसके अलावा अगर श्री राम मंदिर के प्रति लोगों के लगाव और आस्था की बात करें तो इसमें कोई संदेह नहीं राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए धन की कोई कमी नहीं आएगी, क्योंकि इस मंदिर के लिए हर राम भक्त अपनी क्षमता से अधिक दान करने के लिए तैयार है।