आज बहुत बड़ा दिन है, एक महान युग की शुरुआत होने जा रही है, एक परम्परा जो श्रीराम ने शुरू की थी, रामराज्य की, बस उसी के आने की पूरी तैयारी हो चुकी है. अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन की पूरी तैयारी पूरी हो चुकी है. शिलान्यास के लिए बस प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदीजी पहुँचने ही वाले हैं. बहुत बड़ा उत्सव है ये, सभी रामभक्तों के लिए और उनके लिए भी जिन्होंने आज का दिन देखने के लिए अपने जीवन को भी दांव पर लगा दिया.
राम मंदिर आन्दोलन की अगुवाई करने वाले वो वरिष्ठ लोग, जो अंत तक इस लड़ाई को लड़ते रहे. इनमें से एक हैं भाजपा की वरिष्ठ नेत्री उमा भारतीजी. उन्हें भी इस कार्यक्रम में आने का निमंत्रण मिला है, और वो अयोध्या पहुँच भी चुकीं हैं, पर वो अयोध्या में होते हुए भी शिलान्यास के कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी. और उन्होंने खुद ही ट्वीट करके ये जानकारी दी है. उनके अनुसार, उन्होंने मुख्य सूची से अपना नाम काटने के लिए कहा है.
दरअसल उन्हें भाजपा के वरिष्ठ नेता और गृहमंत्री श्री अमित शाह और कुछ वरिष्ठ नेताओं के कोरोना पॉजिटिव होने की बात पता चली, तो चिन्त्तित हो गईं, उनकी चिंता प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदीजी को लेकर है. उमा भारतीजी ने कहा है कि, भोपाल से लेकर अयोध्या तक की दूरी करने में वो किसी संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आ सकती हैं, और इसी वजह से वह शिलान्यास के मुख्य कार्यक्रम में शामिल नहीं रहेंगी, क्योंकि वहां प्रधानमन्त्री जी होंगे, और सैकड़ों लोग भी वहां रहेंगे.
ऐसे में वो उस स्थान से दूरी बनाकर रखेॆगे, और प्रधानमंत्री जी के जाने के बाद ही रामलला के दर्शन करेंगी. तब तक वो सरयू घाट पर आरती करेंगी. उमा भारतीजी का ये वक्तव्य वाकई उनकी ज़िम्मेदारी को प्रदर्शित करता है.