विहिप और संतों ने लिया फ़ैसला, 2024 तक पूरा किया जाएगा अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने शनिवार को एक अखबार से बातचीत के दौरान बताया कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण 2024 तक पूरा हो जाएगा. विवादित काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के एक पुरातात्विक सर्वेक्षण की अनुमति देने वाले हालिया अदालत के फैसले के जवाब में, कुमार ने कहा है कि “विहिप और संतों ने फैसला किया है कि राम जन्मभूमि एक प्रमुख मुद्दा है और इसे पहले पूरा किया जाएगा. रामलला को गर्भगृह के अंदर स्थापित किया जाएगा. यह काम 2024 तक पूरा हो जाएगा. तब तक कोई अन्य मुद्दा नहीं उठाया जाएगा ”. और वे कहते हैं कि काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद परिसर को लेकर यह कोर्ट की ओर से अंतरिम आदेश दिया गया है और यह अदालती प्रक्रिया है. हम इसे देखेंगे और फिर जब जरूरत होगी, तब हम कुछ इस विषय पर बोलेंगे.

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2019 से लंबित एक याचिका पर वाराणसी की अदालत ने उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि वह अपने खर्च पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की पांच सदस्यीय टीम द्वारा विवादित परिसर की जांच कराए. विजय शंकर रस्तोगी ने अपनी याचिका में कहा था कि वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद विश्वेश्वर मंदिर का एक हिस्सा है.
अदालत ने यह भी कहा कि प्रख्यात पुरातत्वविदों की पांच सदस्यीय टीम में से कम से कम दो सदस्य अल्पसंख्यक समुदाय से होने चाहिए.

विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष कहते हैं कि काशी मंदिर मुद्दे का अदालती आदेश ऐतिहासिक तथ्यों को निर्धारित करने के लिए कानूनी चरण में है, जो पहले से ही “ज्ञात” हैं. आगे वे कहते हैं कि 2024 से पहले विहिप द्वारा कोई अन्य मामला नहीं लिया जाएगा, “इस समय हमारा ध्यान केवल झाँकी (अयोध्या) पर केंद्रित हैं). हमें इसके लिए (राम मंदिर) देश भर से दान मिला है. मंदिर और मंदिर से जुड़े सभी कार्य 2024 तक पूरे हो जाएगें. हम तब तक काशी और मथुरा पर विचार नहीं करेंगे. ”