शंख को सनातन धर्म में महत्वपूर्ण माना गया है। हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार समुद्र मंथन में 14 रत्न मिले थे, उनमें एक शंख भी था। हिंदू धर्म में हर शुभ व मांगलिक कार्य में शंख बजाया जाता है। मान्यता है कि किसी भी शुभ काम से पहले शंख बजाने से वह काम निर्विरोध पूरा होता है। भारत में शंख बजाने का चलन वर्षों से चल रहा है। लोग शंख को घरों में पूजाघर में रखते हैं और नियमित रूप से बजाते हैं। लोगों का विश्वास हैं कि शंख बजाने से घर में सुख शांति रहती है। आध्यात्मिक महत्व के साथ-साथ शंख बजाना हमारी सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। साथ ही इससे वातावरण भी शुद्ध होता है।ImageSource
शारीरिक फायदों की बात करें तो नियमित रूप से शंख बजाने से फेफड़ों को मजबूती मिलती है और अस्थमा व सांस से जुड़ी बीमारियां जड़ से खत्म हो जाती हैं। नियमित शंख बजाने से चेहरे के मसल्स का व्यायाम होता है। इससे त्वचा संबंधी समस्याएं दूर होती है और झुर्रियों से बचाव होता है। शंख बजाने से बॉडी के साथ-साथ ब्रेन में भी ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है। शंख बजाने से हकलाने की समस्या कम होती है और थाइरायड से जुड़ी समस्या खत्म हो जाती है। साथ ही रातभर शंख में भरा पानी सुबह उठते ही पीने से कब्ज और इससे जुड़ी बीमारियों से राहत मिलती है।
बर्लिन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोध में भी सामने आया है कि शंख बजाना हमारे लिए फायदेमंद होता है। शोध के अनुसार शंख की आवाज से ही आसपास के क्षेत्र में उत्साह और ऊर्जा बन जाती है। इसकी आवाज से हमारे शरीर में चेतना जागृत होती है, जिससे कीटाणु और नेगेटिव एनर्जी खत्म हो जाती है। वहीं आयुर्वेद में भी कहा गया है कि शंखोदक भस्म से पेट की बीमारियां, पीलिया, कास प्लीहा यकृत, पथरी आदि रोग ठीक होते हैं।
अगर आध्यात्मिक महत्व की बात करें तो मान्यता हैं कि जिस घर में शंख होता है, वहां लक्ष्मी का वास होता है। धार्मिक ग्रंथों में शंख को माता लक्ष्मी का भाई माना गया है। शंख के जल से शिव, लक्ष्मी का अभिषेक करने से वह प्रसन्न होते हैं। मान्यता है कि शंख में जल रखने और इसे छिड़कने से वातावरण शुद्ध होता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार शंख की ध्वनी से ‘सोई हुई भूमि’ जाग्रत होकर शुभ फल देती है।ImageSource
धार्मिक ग्रंथों में कहा गया है कि हमें अपने घरों में शंख रखना चाहिए, लेकिन इसे घर में रखने के भी नियम बताए गए हैं। जैसे शंख को कभी भी खुले में नहीं रखना चाहिए बल्कि लाल कपड़े में लपेटकर रखना चाहिए। शंख को सिर्फ सुबह और शाम के समय ही बजाना चाहिए। शंख को कभी भी जमीन पर नहीं रखना चाहिए। घर में एक से ज्यादा शंख रखना भी अशुभ माना जाता है।